Saturday, February 9, 2013

अंतिम उद्‌देश्य शेष भारत में भी इस्लामी राज्य स्थापित करना है

हिन्दु क्या करें?

1- देशभक्त भारतीय सबसे पहले इस्लाम, जिहाद, उसके उद्‌देश्य, भारत में मुस्लिम इतिहास की वास्तविकता और इस्लाम के राजनैतिक स्वरूप को समझें। साथ ही इस सच्चाई को भी समझें कि मुसलमान पाकिस्तान पाकर ही संतुष्ट नहीं हैं; उनका अंतिम उद्‌देश्य शेष भारत में भी इस्लामी राज्य स्थापित करना है।

2- कुरान (५८ः१९-२२) के अनुसार सारा विश्व 'मोमिनों' और 'काफिरों' में बाँटा गया है और इस्लाम ''काफिरों'' को खुला दुश्मन मानता हैं।' (४ः१०१, पृ. २३९)और उनके धर्म को समाप्त करना चाहता है, तो विश्व के 'काफिरों' के सामने एक ही व्यावहारिक विकल्प रह जाता है कि वे भी आपस में इकट्‌ठे होकर अपने-अपने धर्म व राज्यों की रक्षा करें तथा एक दूसरे की रक्षा में सहायता करें।

3- इस्लामी देश अपने गैर-मुस्लिम अल्पसंखयक नागरिकों के साथ सभी प्रकार के भेदभाव करते हैं। अतः गैर-इस्लामी राज्यों को इसका विरोध करना चाहिए।

4- इसके लिए विश्व भर के गैर-मुस्लिम राज्य संयुक्तराष्ट्र संघ पर दबाब डालें कि वे इस्लामी देशों में अल्पसंखयकों की सुरक्षा के लिए आवश्यक कानून बनाऐं और इसकी विशेष पहल करें।

5- वैज्ञानिक शोध द्वारा पेट्रोल का विकल्प विकसित करें। तब तक प्रत्येक गैर-इस्लामी देश इस्लामी देशों से न्यूनतम पेट्रोल का आयात करें।

6- भारत में 22 प्रतिशत मुसलमान किसी भी मापदण्ड से अल्पसंखयक नहीं हैं। अतः अल्पसंखयकवाद के नाम पर उनका तुष्टीकरण बंद करवाने का प्रयत्न करें ।

7- जब १९४७ में समस्त भारतीय मुसलमानों को उनका मनचाहा देश पाकिस्तान मिल गया तो उन्हें जाकर बसना चाहिए। उनका भारत में बसाए रखना और उन्हें किसी प्रकार के आर्थिक व राजनैतिक अधिकार देने का कोई औचित्य नहीं है। अगस्त १९४७ का अधूरा एजेंडा पूरा किया जाना चाहिए।

8- संविधान की २५ से ३० तक की धाराएँ निरस्त की जाऐं क्योंकि इनकी भ्रमित व्याख्या करके देश में अलगाववाद और हिंदुओं का धर्मांतरण बढ़ रहा है।

9- जिहादी और नक्सलवादी आतंकवाद रोकने के लिए सख्त कानून बनाए एवं उन्हें अपनाए जाऐं।

10- बंगला देशी मुस्लिम घुसपेठियों पर सख्ती से रोक लगाई जाए। जो बसे हैं उन्हें निकाला जाए और जिन विदेशियों की वीजा अवधि समाप्त हो गई हो उन पर और उनको संरक्षण देने वालों पर सख्ती की जाए।

11- म्यूनिस्पल, राज्य या केंद्र सरकार के चुनावों में राष्ट्र की सुरक्षा व अखंडता का प्रयास करने वाले व्यक्तियों व दलों को प्राथमिकता दी जाए और अल्पसंखयक एवं मुस्लिम तुष्टीकरण की राजनीति करने वाले दलों का बहिष्कार किया जाए। केवल राष्ट्र की रक्षा व अखंडता के लिए समर्पित देशभक्त व्यक्तियों व राजनैतिक दलों का ही समर्थन किया जाए।

बच्चों को बचपन से ही सनातन, राष्ट्रप्रेम और हिंदुत्व की शिक्षा दी जाये ताकि वे बड़े होकर धर्मनिर्पेक्ष (Secular) न बनें क्योंकि जो सेकुलर है वो देशप्रेमी नहीं हो सकता ।

जय माँ भारती
जय महाकाल

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