Tuesday, July 22, 2014

मस्जिद में मौलाना ने किया एक 10 वर्षीय बच्ची से रेप

काबुल। उत्तरी अफगानिस्तान में बलात्कार पीड़ित एक 10 वर्षीय बच्ची पर ऑनर किलिंग का खतरा मंडरा रहा है। बीते 1 मई को कुंदूज शहर में 45 वर्षीय मौलाना ने मस्जिद परिसर में बच्ची का रेप किया था। स्थानीय प्रशासन के अनुसार, अब बच्ची के परिजन 'सम्मान की खातिर' उसकी हत्या (ऑनर किलिंग) करना चाहते हैं। पिछले हफ्ते मंगलवार को एक स्थानीय पुलिसकर्मी ने बच्ची को शेल्टर होम से गायब करके उसके घरवालों को सौंप दिया था। 
 
मानवाधिकार संस्था 'वुमन फॉर अफगान वुमन' की प्रमुख डॉक्टर हसीना सरवारी कई बार बच्ची की जान को खतरे का अंदेशा जता चुकी हैं और प्रशासन से सख्ती की अपील कर चुकी हैं। इस घटना के बाद से बच्ची की देख-रेख कर रही हसीना सरवारी को बीते दिनों एक आतंकी संगठन के कमांडर ने जान से मारने  और बच्ची को उसके परिजन को लौटाने की धमकी दी थी। जान के खतरे को देखते हुए डॉक्टर हसीना सरवारी अब अफगानिस्तान छोड़ना चाहती हैं।  
 
अफगानिस्तान में कट्टरपंथी मानसिकता का खौफ इतना ज्यादा है कि कुंदूज में महिला मामलों की प्रमुख नेदेरा गेयाह ने 21 मई को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। नेदेरा इस घटना में आरोपी को सजा दिलाए जाने के पक्ष में हुए प्रदर्शनों में हिस्सा ले चुकी हैं। इस्तीफे के बाद नेदेरा अफगानिस्तान के किसी दूसरे शहर में शिफ्ट हो गई हैं।  
 
इस घटना के बाद से ज्यादातर कट्टरपंथी संगठनों और लोगों का ध्यान आरोपी के बजाय महिला कार्यकर्ताओं और शेल्टर होम्स पर केंद्रित हो गया है। गौरतलब है कि 'वुमन फॉर अफगान वुमन' के अफगानिस्तान में सात शेल्टर्स हैं, जो अमेरिकी मदद से चलाए जा रहे हैं। इन्हें अमेरिकी सरकार व प्राइवेट डोनेटर्स की मदद से चलाया जा रहा है। 
 
इस संगठन की प्रमुख डॉक्टर हसीना सरवारी ने बताया, 'लोग मानते हैं कि यह अमेरिकी संस्था है, जबकि यहां एक भी अमेरिकी काम नहीं करता।'
 
इस मामले में संगठन की एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर मनीजा नादेरी ने बताया, 'यह संगठन अमेरिका नहीं चलाता। यहां का हर स्टाफ मेंबर अफगानी है। हमारी कोशिश रहती है कि यहां रहने वाली महिलाएं और बच्चियां सुरक्षित रहें और उन्हें न्याय मिले।'
 
क्या है मामला
 
1 मई को कुंदूज शहर के 45 वर्षीय मौलाना मोहम्मद अमीनुल्लाह ने मस्जिद के क्लासरूम में 10 वर्षीय बच्ची का रेप किया था। पीड़ित बच्ची को उसके परिजन ने कुरान पढ़ने के लिए मौलाना के पास भेजा था। घटना के बाद आरोपी मौलाना को गिरफ्तार कर लिया गया। मौलाना का दावा था कि बच्ची की उम्र 17 साल है और उसकी सहमति के बाद ही उससे संबंध स्थापित किए। वहीं दूसरी ओर, पीड़ित के परिजन के अनुसार, बच्ची की उम्र 10 साल है। 
 
अस्पताल में महिला कार्यकर्ता हसीना सरवारी द्वारा खींची गई तस्वीरों में साफ नजर आता है कि पीड़िता की उम्र काफी कम है। मेडिकल जांच करने वाले डॉक्टर के मुताबिक, बच्ची का वजन मात्र 18 किलोग्राम है और अभी उसका मासिक चक्र भी शुरू नहीं हुआ है। 

पीड़ित बच्ची का बयान
 
"वो मुझे जबर्दस्ती मस्जिद के बाहर ले गए और मेरे हाथ-पांव बांध दिए। उन्होंने मेरे मुंह को भी बंद कर दिया। मैंने उन्हें खुदा का वास्ता दिया, लेकिन वो मेरे साथ गलत काम करते रहे।"
 
'वुमन फॉर अफगान वुमन' की कार्यकर्ता और पुलिस के सामने दिए बयान में बच्ची ने रोते हुए बताया कि मौलाना अमीनुल्लाह ने रेप के बाद जान से मारने की धमकी दी। उसने बताया, 'अगर तुम इस बारे में अपने घरवालों को बताओगी तो मैं उन्हें मार डालूंगा।'
 
कुंदूज में महिला मामलों की प्रमुख रह चुकी नेदेरा गेयाह ने बताया, 'जब बच्ची को अस्पताल लाया गया तो मैं वहां पहुंची। मैं बच्ची के बिस्तर के पास बैठी थी। तब मैंने उसकी मां और चाची को बात करते सुना। वे बात कर रहे थे कि गांव के बड़े-बुजुर्ग बच्ची की हत्या करने के लिए दबाव बना रहे हैं। उनका कहना है कि यह घटना उनके लिए शर्मनाक है और इससे उनके गांव का नाम खराब हुआ है।'