Tuesday, February 19, 2013

अरब सागर में भगवान् गणेश की एक प्रतिमा पायी गयी है..... और इतिहासकारों के अनुसार यह प्रतिमा करीब 13000 साल पुरानी है.

अक्सर जाकिर नाइक सरीखे छदम विद्वान ... भोले भाले और मासूम हिन्दुओं को बरगलाते हुए हास्यास्पद तरीके से सिखाते हैं कि.....

इस्लाम ही दुनिया का सबसे पुराना धर्म है.... और, लोगों को इस्लाम कबूल कर लेना चाहिए....!

जबकि.... हकीकत इसके बिलकुल ही उलट है..... और, इस्लाम दुनिया का सबसे नया.... या यूँ कहें कि..... नवजात धर्म है....!
...
अभी हाल में ही अरब सागर में... भगवान् गणेश की एक प्रतिमा पायी गयी है..... और इतिहासकारों के अनुसार यह प्रतिमा करीब 13000 साल पुरानी है.....!

जिन्हे जानकारी नहीं है.... उन्हें बता दूँ कि...... इस्लाम के प्रतिपादक और अल्लाह के तथाकथित दूत..... मुहम्मद का जन्म ही आज से करीब 1400 साल पहले हुआ था.......!

तो फिर इस लिहाज़ से....... आज से करीब 13000 साल पहले तो..... मुहम्मद तो क्या..... उनके 10-11 पुरखों का भी जन्म नहीं हुआ होगा .... (अगर उनके सारे पुरखों की आयु 100 मान ली जाए फिर भी..)

फिर... जब मुहम्मद साहब और उनके पुरखों का ही पता नहीं था..... तो फिर इस्लाम की कहानी को खुद ही समझा जा सकता है....!

उसी तरह.... ईसाई धर्म के प्रतिपादक ... ईसा मसीह का भी जन्म आज से लगभग ..... 2000 साल पहले हुआ था..... और ईसाई धर्म की नीव पड़ी थी....!

तो फिर ... ईसाई धर्म भी ... किस लिहाज से पुरातन धर्म की श्रेणी में आता है....????

जिस प्रकार .... झूठे और बेइमान लोगो का झूठ पकड़ा जाता है तो..... उनको मुंह छुपाने के लिए .... मोटे कम्बल भी कम पड़ जाते हैं...... उसी प्रकार.... यह निश्चित है कि.... आज के इस प्रमाण के होते.... मुस्लिमों और सेकुलरों की बकवास तो खैर जाने ही दें..... उनके मुंह से हवा तक नहीं निकलने वाली है....!

जय महाकाल....!!
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अक्सर जाकिर नाइक सरीखे छदम विद्वान ... भोले भाले और मासूम हिन्दुओं को बरगलाते हुए हास्यास्पद तरीके से सिखाते हैं कि.....



इस्लाम ही दुनिया का सबसे पुराना धर्म है.... और, लोगों को इस्लाम कबूल कर लेना चाहिए....!



जबकि.... हकीकत इसके बिलकुल ही उलट है..... और, इस्लाम दुनिया का सबसे नया.... या यूँ कहें कि..... नवजात धर्म है....!



अभी हाल में ही अरब सागर में... भगवान् गणेश की एक प्रतिमा पायी गयी है..... और इतिहासकारों के अनुसार यह प्रतिमा करीब 13000 साल पुरानी है.....!



जिन्हे जानकारी नहीं है.... उन्हें बता दूँ कि...... इस्लाम के प्रतिपादक और अल्लाह के तथाकथित दूत..... मुहम्मद का जन्म ही आज से करीब 1400 साल पहले हुआ था.......!



तो फिर इस लिहाज़ से....... आज से करीब 13000 साल पहले तो..... मुहम्मद तो क्या..... उनके 10-11 पुरखों का भी जन्म नहीं हुआ होगा .... (अगर उनके सारे पुरखों की आयु 100 मान ली जाए फिर भी..)



फिर... जब मुहम्मद साहब और उनके पुरखों का ही पता नहीं था..... तो फिर इस्लाम की कहानी को खुद ही समझा जा सकता है....!



उसी तरह.... ईसाई धर्म के प्रतिपादक ... ईसा मसीह का भी जन्म आज से लगभग ..... 2000 साल पहले हुआ था..... और ईसाई धर्म की नीव पड़ी थी....!



तो फिर ... ईसाई धर्म भी ... किस लिहाज से पुरातन धर्म की श्रेणी में आता है....????



जिस प्रकार .... झूठे और बेइमान लोगो का झूठ पकड़ा जाता है तो..... उनको मुंह छुपाने के लिए .... मोटे कम्बल भी कम पड़ जाते हैं...... उसी प्रकार.... यह निश्चित है कि.... आज के इस प्रमाण के होते.... मुस्लिमों और सेकुलरों की बकवास तो खैर जाने ही दें..... उनके मुंह से हवा तक नहीं निकलने वाली है....!



जय महाकाल....!!

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