Saturday, January 18, 2014

कश्मीर में क्या-क्या बदल गया और क्या बदलने वाला है

अब श्रीनगर कहलायेगा "शहर-ए-खास" तो अनंतनाग बनेगा '"इस्लामाबाद"' जरूर पढ़े यह Report कश्मीर में क्या-क्या बदल गया और क्या बदलने वाला है :--

1. श्री नगर में गोपाद्री पहाड़ी है। कश्मीर की यात्रा के समय आधशंकराचार्य ने इस पहाड़ी पर वर्षोँ तक तपस्या की थी। अतः लोगो ने सैंकड़ो वर्ष ही इस पहाड़ी का नाम शंकराचार्य पहाड़ी रख दिया था जो सरकारी दस्तावेजो में भी मौजुद है। लेकिन अब इस पहाड़ी का नाम 'सुलेमान टापु' रख दिया गया है। हैरानी की बात यह है कि भारत सरकार के ASI ने भी अब वहां बोर्ड बदल दिया है जिस पर लिखा हुआ है - सुलेमान टॉपु।

2. श्रीनगर में हरि पर्वत है। अब इसका नाम बदलकर "कोह महारन" रख दिया गया है।

3. कश्मीर घाटी में एक अनंतनाग जिला है। वहां के लोग अब अनंतनाग को इस्लामाबाद कहने लगे हैं।वे लोग अपने दुकानो के उपर इस्लामाबाद लिखने लगे है।नाम बदलने के लिये वहां के लोग आंदोलन कर रहे हैं। सरकारी आश्वासन भी मिल चुका है।

4. अनंतनाग जिले में एक प्रसिद्ध तिर्थस्थान है- उमानगरी। इसका भी नाम बदलकर 'शेखपुरा' कर दिया गया है।

5. जम्मुकश्मीर सरकार को अब श्रीनगर नाम भी हजम नही हो रहा है। राज्य सरकार श्रीनगर का नाम "शहर-ए खास" रखने पर कई बार विचार कर चुकी है।

6. श्रीनगर में जिस चौक पर जामा मस्जिद स्थित है उस चौक का हिंदू नाम से बदलकर इस्लामीक नाम 'मदीना चौक' रख दिया गया है।

7. घाटी में बहने वाली किशनगंगा नदी को अब "दरिया-ए-नीलम कहा जाने लगा है। ये इस्लामिक कट्टरपंथियों की विकृत मानसिकता का एक नमूना भर है।यहाँ हर दिन होने वाले हिन्दू विरोधी दंगेकी तो चर्चा तक नहीँ करता कोई

Wednesday, January 8, 2014

'धर्म-निरपेक्ष'' बोलीवुड

''धर्म-निरपेक्ष'' बोलीवुड"

सलमान खान मुजफ्फनगर दंगा पीडि़तों की मदद के लिए एक चैरिटी शो करेंगे। उन्‍होंने कहा कि इस शो से आने वाला पैसा मुजफ्फरनगर दंगा पीडि़तों के बच्‍चों की सहायता के लिए दिया जाएगा। सलमान इससे पहले भी मुजफ्फरनगर दंगा पीडि़तों के लिए अपनी संवेदना व्‍यक्‍त कर चुके हैं। ऐसा ही शो शाहरुख खान ने पाकिस्तान बाढ़ पीड़ितों के लिए किया था

अच्छी बात है कुछ भला होगा दंगा पीड़ितों का लेकिन मुझे याद नहीं आता कि ऐसा कोई चैरिटी शो उन्होंने उत्तराखंड त्रासदी में पीड़ित जनता के लिए भी किया था, किसी को याद हो तो कृपया मुझे बताये और वैसे तो खरबपति हिन्दू नायकों को भी शर्म आनी चाहिए जो अपने पीड़ित लोगों के लिए कुछ नहीं करते ....

''वन्दे मातरम्''

Saturday, January 4, 2014

क़ुतुब मीनार घूमते हुए इस पत्थर पर नजर पड़ गई।

मुजफ्फरनगर दंगे: मुस्लिम नेताओं से केस वापसी की तैयारी?

मुजफ्फरनगर दंगे: मुस्लिम नेताओं से केस वापसी की तैयारी?
नवभारतटाइम्स.कॉम | Jan 5, 2014, 09.22AM IST


कादिर राणा

नई दिल्ली
लोकसभा चुनाव जैसे जैसे नजदीक आ रहे हैं यूपी की समाजवादी सरकार जीत के लिए हर संभव हथकंडा अपनाने में लग गई है। खबर है कि यूपी सरकार ने मुजफ्फरनगर दंगों के दौरान भड़काउ भाषणों के जरिए हिंसा भड़काने के संबंध में मुस्लिम नेताओं के खिलाफ दर्ज मामले वापस लेने की तैयारी कर ली है। न्यूज चैनलों के मुताबिक यूपी के मुख्यमंत्री ने इस संदर्भ में मुजफ्फरनगर के डीएम को चिट्ठी भी लिखी है। हालांकि, सरकार की तरफ से इसकी अधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।

खबर है कि अखिलेश सरकार ने मुजफ्फरनगर के डीएम को भड़काउ भाषण देकर हिंसा भड़काने के संबंध में नेताओं के खिलाफ दायर मामले वापस लेने से जुड़ी रिपोर्ट सौंपने को कहा है। इसमें शामिल सभी नेता मुस्लिम समुदाय के हैं। हालांकि, ये नेता सभी पार्टियों से जुड़े हुए हैं।

गौरतलब है कि इस संबंध में बीएसपी सांसद कादिर राणा, विधायक नूर सलीम और मौलाना जमील अहमद, पूर्व कांग्रेस मंत्री सईदुज्जमां और उनके बेटे सलमान सईद, समुदाय के नेता असद जमा, नौशाद कुरैशी, एक व्यापारी अहसान, वकील सुलतान मशीर सहित विभिन्न लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया है।

स्थानीय अदालत ने इस मामले में इन सब के विरुद्ध गिरफ्तारी वारंट भी जारी किया था। सईदुज्जमां और 3 अन्य लोगों को छोड़कर कादिर राणा सहित अन्य सभी आरोपी फिलहाल जमानत पर हैं। एसआईटी इस मामले की जांच कर रही, लेकिन अभी तक इसमें कोई आरोप पत्र दायर नहीं किया गया है।

इस मामले पर दंगा भड़काने के एक आरोपी और बीजेपी विधायक सुरेश राणा ने कहा कि यूपी सरकार की इन्हीं नीतियों के कारण प्रदेश में दंगा भड़का था। अखिलेश सरकार के इस कदम साफ पता चलता है कि सरकार एक खास समुदाय की तुष्टीकरण के लिए किसी भी हद तक जा सकती है।

वहीं, इस मुद्दे पर कांग्रेस के पूर्व मंत्री सईदुज्जमां ने कहा कि दंगों के भड़कने में हमारा कोई हाथ नहीं है। हमें जानबूझकर फंसाया गया था।