locपर पाकिस्तान के लिए बंकर बना रहा चीन
जम्मू: नियंत्रण रेखा को लेकर भारत को एक नहीं कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। सैन्य खुफिया सूत्रों ने डीएनए को बताया कि एलओसी पर तैनात पाकिस्तानी सेना को चीन की आर्मी से नियमित रूप से सैन्य और तकनीकी सहायता मिल रही है। इतना ही नही पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में चीनी आर्मी के इंजीनियर और श्रमिक भी पाक सेना की आड़ में तैनात हैं।
चीन के पीएलए इंजीनियर से पाकिस्तानी आर्मी दिशानिर्देश प्राप्त कर रही है। चीनी आर्मी एलओसी पर हर गतिविधि में शामिल है और एलओसी के पास नए बंकर बनाने में पाक सेना को मदद कर रही है।
नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास पाकिस्तानी सेना द्वारा बंकर निर्माण की खबर और लगातार फायरिंग से भारतीय सेना पूरी तरह से अलर्ट हो चुकी है। थलसेना और वायुसेना ने एलओसी इलाकों पर कड़ी नजर रखने और सूचना इकट्ठा करने के लिए मानव रहित यान को तैनात किया है।
पाकिस्तान के अट्टाबाद इलाके में 2010 में हुए भारी भूस्खलन के बाद पाक ने चीन से मदद की गुहार लगाई थी तब से करीब 11000 चीनी आर्मी पाक अधिकृत कश्मीर में तैनात है। जो पाकिस्तान के काराकोरम और चीन के झिंजियांग प्रदेश को जोड़ने वाले हाईवे से पाक सेना में शामिल हुई। खुफिया सूत्रों ने बताया कि चीन पिछले कुछ वर्षों से पाकिस्तानी आर्मी को हथियार, बुनियादी सुविधाए और पैसे मुहैया करा रहा है।
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— with Janardan Mishra, Kamlakar Mishra, Guddu Tiwari and 46 others.जम्मू: नियंत्रण रेखा को लेकर भारत को एक नहीं कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। सैन्य खुफिया सूत्रों ने डीएनए को बताया कि एलओसी पर तैनात पाकिस्तानी सेना को चीन की आर्मी से नियमित रूप से सैन्य और तकनीकी सहायता मिल रही है। इतना ही नही पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में चीनी आर्मी के इंजीनियर और श्रमिक भी पाक सेना की आड़ में तैनात हैं।
चीन के पीएलए इंजीनियर से पाकिस्तानी आर्मी दिशानिर्देश प्राप्त कर रही है। चीनी आर्मी एलओसी पर हर गतिविधि में शामिल है और एलओसी के पास नए बंकर बनाने में पाक सेना को मदद कर रही है।
नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास पाकिस्तानी सेना द्वारा बंकर निर्माण की खबर और लगातार फायरिंग से भारतीय सेना पूरी तरह से अलर्ट हो चुकी है। थलसेना और वायुसेना ने एलओसी इलाकों पर कड़ी नजर रखने और सूचना इकट्ठा करने के लिए मानव रहित यान को तैनात किया है।
पाकिस्तान के अट्टाबाद इलाके में 2010 में हुए भारी भूस्खलन के बाद पाक ने चीन से मदद की गुहार लगाई थी तब से करीब 11000 चीनी आर्मी पाक अधिकृत कश्मीर में तैनात है। जो पाकिस्तान के काराकोरम और चीन के झिंजियांग प्रदेश को जोड़ने वाले हाईवे से पाक सेना में शामिल हुई। खुफिया सूत्रों ने बताया कि चीन पिछले कुछ वर्षों से पाकिस्तानी आर्मी को हथियार, बुनियादी सुविधाए और पैसे मुहैया करा रहा है।
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- Vashu M Mishra, Raj Kumar Malla, Jigneshbhai Pandya and58 others like this.
- Venktesh Pandit पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में चीन की सेना पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी (पीएलए) के सैनिकों सहित करीब चार हजार चीनी लोग मौजूद हैंवहां निर्माण कार्य कर रहे कुछ दल हैं. बड़ी मात्रा में लोग मौजूद हैं. करीब तीन से चार हजार लोग मौजूद हैं, जिनमें कुछ लोग सुरक्षा उद्देश्यों के लिये हैं. कुछ इंजीनियर सैनिक भी हैं, जैसे हमारे पास सेना में इंजीनियर हैं. एक तरह से वे पीएलए का हिस्सा हैं
- Venktesh Pandit भारत के लिए चीनी सेना की पाक अधिकृत कश्मीर में उपस्थिति बहुत गंभीर चिंता का विषय है। चीन, पाकिस्तान को भारत के खिलाफ मोहरे की तरह इस्तेमाल कर रहा है। पाकिस्तानी सेना के लड़ाकू हवाई जहाज, प्रक्षेपास्त्र, टैंक यहां तक कि परमाणु बम भी चीन द्वारा दिये गये हैं। और तो और चीन पाकिस्तान को छह आधुनिक पनडुब्बियां, जिनमें एआईपी उपकरण लगा है दे रहा है। यह उपकरण इन पनडुब्बियों को बहुत समय के लिए पानी में डूबे रहने में सहायता देता है। यह भारत के पास नहीं है
- Venktesh Pandit भारत के लिए चीनी सेना की पाक अधिकृत कश्मीर में उपस्थिति बहुत गंभीर चिंता का विषय है। चीन, पाकिस्तान को भारत के खिलाफ मोहरे की तरह इस्तेमाल कर रहा है। पाकिस्तानी सेना के लड़ाकू हवाई जहाज, प्रक्षेपास्त्र, टैंक यहां तक कि परमाणु बम भी चीन द्वारा दिये गये हैं। और तो और चीन पाकिस्तान को छह आधुनिक पनडुब्बियां, जिनमें एआईपी उपकरण लगा है दे रहा है। यह उपकरण इन पनडुब्बियों को बहुत समय के लिए पानी में डूबे रहने में सहायता देता है। यह भारत के पास नहीं है
- Venktesh Pandit पाकिस्तान के ऊपर आक्रमण करने की बात हर कोई कहता है, क्यूंकि वह छोटा है और कमजोर है, किन्तु चीन के ऊपर आक्रमण करने की बात कोई नहीं कहता है, क्यूंकि चीन मज़बूत है और ताकतवर है | तो क्या चीन जब भारत पर आक्रमण करेगा तो क्या भारतीय सेना चीन की सेना का मुकाबला कर पायेगी या फिर सन १९६२ की तरह फिर मुँह की खायेगी | यह बड़ा प्रश्न है क्यूंकि दोनों की सेना का आंकलन अगर किया जाए तो गोला-बारूद और साजो सामान में तो वह हमारी सेना से बेहतरीन है की किन्तु सैनिकों की दृष्टी से भी चीन की सेना के सैनिक एक बढकर एक हैं और कुरुर और लड़ाके हैं | लड़ाई में क्रूरता और लड़ाई की हर कला आनी चाहिए, वो लड़ने का जुझारूपन होना चाहिए, क्या यह सब भारत की सेना में है ? चीन का सैनिक मौका पड़ने पर कुंगफू का इस्तेमाल कर सकता है, और बिना बन्दूक के लड़ सकता है, और किसी भी वस्तु को हथियार के तरह इस्तेमाल कर सकता है, और खाने के लिए किसी भी सप्लाई डिपो का इंतज़ार नहीं करेगा, वह तो किसी जानवर या पक्षी या सांप-बिच्छू को खाकर अपना पेट भर सकते हैं, यहाँ तक की मरे हुए सैनिकों को भी कच्चा खा सकते है
- Venktesh Pandit उसकी सेना में मंगोल सैनिक हैं, जो दुनिया के सबसे क्रूर और खूंखार सैनिक हैं, भारत के ऊपर जब नादिरशाह और चंगेश खान के आक्रमण हुए, उनमे ये मंगोल सैनिक ही थे, तो क्या भारत के सैनिक इतने क्रूर हैं, और उतनी ही क्रूरता से लड़ेंगे
- Venktesh Pandit चीन के साथ की लड़ाई मैंदान की लड़ाई नहीं होगी, यह पहाड़ों की लड़ाई होगी, और पहाड़ों की लड़ाई में तोप और गोलों की जगह पैदल सेना का ज्यादा महत्त्व होता है, और कारगिल के युद्ध में भारत की सेना ने बहुत से सैनिकों को खोकर फिर विजय पाई थी, जो की उनकी लड़ाई मात्र आतंकवादियों से थी, और जब उनकी लड़ाई चीन की सेना से कई मोर्चों पर होगी तो क्या भारत के पास इतनी इन्फेंट्री है की वह पूरे हिमालय में उसे लगा सके और उसके पास गोलियां और बंदूकें पहुंचा सके, यह लड़ाई पाकिस्तानी कश्मीर से फिर लद्दाख फिर तिब्बत, नेपाल, सिक्किम, भूटान, से होती हुई अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मिजोरम, त्रिपुरा, मणिपुर में भी बर्मा की तरफ से घुस जायेंगी, क्यूंकि बर्मा के सैनिक शासन के पीछे पूरी तरह से चीन ही है, और बर्मा का उपयोग वो पूरी तरह करेगा | तो क्या भारत का शासन तंत्र चीन की बात मानता जाएगा, और लड़ाई को टालता जाएगा, पर कब तक वह चीन की हरकतों को भारत के लोगों से छुपायेगा, चीन ने पूरे हिमालय में अपनी सेना को लगा रखा है, और अपने सैनिकों को पूरी तरह तैयार कर रखा है, जब उसकी बात को भारत नहीं मानेगा तब वह भारत पर पूरी तरह से आक्रमण कर देगा
- Venktesh Pandit तो सारी बात का यही सार निकलता है की क्या भारत की सेना चीन की सेना के सामने टिक पायेगी या फिर सन १९६२ की तरह लुटपिट कर वापस लौट आयेगी ?
. - Bhanu Prkash Joshi YUDHDHH HATIYAR SE NAHI JIGAR SE LADTE HE AAP HAME DARARHE HE YA HOSLE TOD RAHE HE
- Bhanu Prkash Joshi SENIK SEMA PE MAREGA AUR HAM YANHA PAR MARENGE DESH KE LIYE SAN SE JIYE HE SAN SE MARENGE
- Mukesh Kapoor hamari govt. ko chinese item per bain lagana hoga,wo hamse kamaye hue paiso se hi hamari asi-taisy karne main lage hain, jab bhuke marenge to pak hi nahi apni madad nahi kar sakenge
- Vishnukant Tripathi India ko pakistan par dabav banane sabhi samjhaute radd kar vyaaparik sambandh tod dene chahiye , isi tarah china ke bhaartiya bazar ke raaste bhi band kar dene chahiye, international community ka rona chhod sarkaar ko kade faisale lene chahiye.
- Rajendra Soni Soni pak tabhi sudhar sakta hai jab ant ka yudhh ho aur v o anatatah samamapta ho jaye
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