भारतीय संस्कृति की हत्या ----------झूठा धर्म निरपेक्ष
भारतीय संस्कृति की हत्या ----------झूठा धर्म निरपेक्ष
आज मीडिया और सेक्युलर लोगो की वजह से ही भारत में रेप जैसी जघन्य अपराध बढ़ रहे हैं इन लोगो को कोई नैतिक हक़ नहीं हैं की समाज में बढ़ रहे विकार पर घडियाली आसु बहाए आज लोगो को यह जानने नहीं दिया जाता हैं की पाप क्या हैं पुण्य क्या हैं हो सकता हैं यह ना भी हो लेकिन इसके डर की वजह से हमारे समाज में विकार नहीं आते थे
डॉ मुरली मनोहर जोशी ने शिक्षा नीति को बदलने का प्रयास किया था मगर ये मक्कार झूठे धर्म निरपेक्ष नेता और मीडिया भगवाकरण के नाम पर हल्ला करने लगे और यह कार्य नहीं होने दिया
दुनिया का कोई कडा से कडा कानून बना दिया जाए तो भी रेप को नहीं रोका जा सकता हैं क्योंकि जब जड़ में कीड़े लगे हो तो दवा का छिडकाव पत्तो पर करने से क्या फायदा होगा
अगर अब भी हमारे ऋषि मुनियों की बनायी परम्परा को दिन प्रतिदिन तोड़ने से बाज नहीं आओगे भगवाकरण के नाम पर इसे दिन प्रतिदिन नष्ट करोंगे तो गैंगरेप क्या इससे भी भयंकर विकार समाज में पैदा होंगे और इस समाज को और अधिक दूषित होने से कोई रोक नहीं सकता हैं
भारत सरकार और मीडिया चाहती हैं रेप फलता फूलता रहे
1. डर्टी पिक्चर को राष्ट्रीय पुरस्कार ..........धर्म निरपेक्ष
2. सनी लीओन विश्व वैश्या को भारतीय अतिथि का सम्मान ........धर्म निरपेक्ष
3.पिक्चर में सामूहिक रेप का खुला छुट देना .........धर्म निरपेक्ष
4.राधा जी जो हिन्दू की आस्था के प्रतिक हैं गाने के माध्यम से बेज्जत करना ............व्यक्ति की स्वन्तन्त्रा
5.TEEN AGER'S बच्चों को चिप वाला मोबाइल BF देखने के लिए देना .....माडर्न बनाना
6.मनु सिघवी नारायण दत्त तिवारी गोपाल कांडा को प्रोत्साहन देना .........कांग्रेस की संस्कृत
7. अशलील कपडे पहनना ........व्यक्ति की स्वतंत्रा
नोट --अगर मीडिया और भारत सरकार भगवाकरण के नाम पर शिक्षा नीति नहीं बदलना चाहती तो वैश्या वृति को अपराध नहीं बल्कि रोजगार का दर्जा दे दें इससे रेप ख़त्म तो नहीं होगा बल्कि विराम लग सकता हैं
By: आई.एल.द्विवेदी कुंवर जी
भारतीय संस्कृति की हत्या ----------झूठा धर्म निरपेक्ष
आज मीडिया और सेक्युलर लोगो की वजह से ही भारत में रेप जैसी जघन्य अपराध बढ़ रहे हैं इन लोगो को कोई नैतिक हक़ नहीं हैं की समाज में बढ़ रहे विकार पर घडियाली आसु बहाए आज लोगो को यह जानने नहीं दिया जाता हैं की पाप क्या हैं पुण्य क्या हैं हो सकता हैं यह ना भी हो लेकिन इसके डर की वजह से हमारे समाज में विकार नहीं आते थे
डॉ मुरली मनोहर जोशी ने शिक्षा नीति को बदलने का प्रयास किया था मगर ये मक्कार झूठे धर्म निरपेक्ष नेता और मीडिया भगवाकरण के नाम पर हल्ला करने लगे और यह कार्य नहीं होने दिया
दुनिया का कोई कडा से कडा कानून बना दिया जाए तो भी रेप को नहीं रोका जा सकता हैं क्योंकि जब जड़ में कीड़े लगे हो तो दवा का छिडकाव पत्तो पर करने से क्या फायदा होगा
अगर अब भी हमारे ऋषि मुनियों की बनायी परम्परा को दिन प्रतिदिन तोड़ने से बाज नहीं आओगे भगवाकरण के नाम पर इसे दिन प्रतिदिन नष्ट करोंगे तो गैंगरेप क्या इससे भी भयंकर विकार समाज में पैदा होंगे और इस समाज को और अधिक दूषित होने से कोई रोक नहीं सकता हैं
भारत सरकार और मीडिया चाहती हैं रेप फलता फूलता रहे
1. डर्टी पिक्चर को राष्ट्रीय पुरस्कार ..........धर्म निरपेक्ष
2. सनी लीओन विश्व वैश्या को भारतीय अतिथि का सम्मान ........धर्म निरपेक्ष
3.पिक्चर में सामूहिक रेप का खुला छुट देना .........धर्म निरपेक्ष
4.राधा जी जो हिन्दू की आस्था के प्रतिक हैं गाने के माध्यम से बेज्जत करना ............व्यक्ति की स्वन्तन्त्रा
5.TEEN AGER'S बच्चों को चिप वाला मोबाइल BF देखने के लिए देना .....माडर्न बनाना
6.मनु सिघवी नारायण दत्त तिवारी गोपाल कांडा को प्रोत्साहन देना .........कांग्रेस की संस्कृत
7. अशलील कपडे पहनना ........व्यक्ति की स्वतंत्रा
नोट --अगर मीडिया और भारत सरकार भगवाकरण के नाम पर शिक्षा नीति नहीं बदलना चाहती तो वैश्या वृति को अपराध नहीं बल्कि रोजगार का दर्जा दे दें इससे रेप ख़त्म तो नहीं होगा बल्कि विराम लग सकता हैं
By: आई.एल.द्विवेदी कुंवर जी
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