अफजल गुरु की फांसी भारतीय लोकतंत्र पर धब्बा: अरुंधति रॉय
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लो भाई एक और पैदा हो गयी आतंकियों की हितैषी
विदेशी चंदे पर पलने वाले और दुनियाँ के सामने भारत की गलत तस्वीर दिखाकर विदेशी पुरुस्कार प्राप्त कर भारत के हितों के खिलाफ काम करने वाले अरुन्धति राय जैसे निर्लज्ज तथाकथित मानवाधिकारी ही वास्तव में देश पर धब्बा ही नही गहरे कलंक है।।
इनको कानून पालक निर्दोष भारतीयों की मौत और देश की रक्षा करने वाले सुरक्षाकर्मियों की मौत का कभी कोई गम नहीं होता।।
धिक्कार है ऐसे लोगों को ! आतंकवादियों और माओवादियों से भी पहले देश को देशद्रोहियों के इन समर्थकों से निपटने की आवस्यकता है।।
दोस्तों, दुख होता है ऐसे लोग भी है हमारे देश मे जो देश के गद्दारों के साथ हमदर्दी की बात करते है।।
एक आतंकवादी के गुनाहों की सजा को भारतीय लोकतंत्र पर धब्बा
बताने वाली मोहतरमा का ये बयान किसी देशद्रोह से कम है क्या ???
मैडमजी सिर्फ आतंकवादियों के दर्द को मत देखिये हमारे बेगुनाह सैनिको के बारे मे भी सोचिये वो भी मारे गये थे, उनके बारे मे आपको दुख नहीं है, लेकिन जिसके कारण बेगुनाहों की जाने गयी उसके मरने का आपको इतना दुःख है की अपने इस देश की लोकतंत्र पे ही सवाल उठा दिए ..!!!!
वाह रे मेरे भारती नागरिक ।
***जय माँ भारती***
****वन्दे मातरम*****
http:// navbharattimes.indiatimes.c om/india/national-india/ the-hanging-of-afzal-guru-i s-a-stain-on-indias-democr acy/articleshow/ 19015975.cms
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लो भाई एक और पैदा हो गयी आतंकियों की हितैषी
विदेशी चंदे पर पलने वाले और दुनियाँ के सामने भारत की गलत तस्वीर दिखाकर विदेशी पुरुस्कार प्राप्त कर भारत के हितों के खिलाफ काम करने वाले अरुन्धति राय जैसे निर्लज्ज तथाकथित मानवाधिकारी ही वास्तव में देश पर धब्बा ही नही गहरे कलंक है।।
इनको कानून पालक निर्दोष भारतीयों की मौत और देश की रक्षा करने वाले सुरक्षाकर्मियों की मौत का कभी कोई गम नहीं होता।।
धिक्कार है ऐसे लोगों को ! आतंकवादियों और माओवादियों से भी पहले देश को देशद्रोहियों के इन समर्थकों से निपटने की आवस्यकता है।।
दोस्तों, दुख होता है ऐसे लोग भी है हमारे देश मे जो देश के गद्दारों के साथ हमदर्दी की बात करते है।।
एक आतंकवादी के गुनाहों की सजा को भारतीय लोकतंत्र पर धब्बा
बताने वाली मोहतरमा का ये बयान किसी देशद्रोह से कम है क्या ???
मैडमजी सिर्फ आतंकवादियों के दर्द को मत देखिये हमारे बेगुनाह सैनिको के बारे मे भी सोचिये वो भी मारे गये थे, उनके बारे मे आपको दुख नहीं है, लेकिन जिसके कारण बेगुनाहों की जाने गयी उसके मरने का आपको इतना दुःख है की अपने इस देश की लोकतंत्र पे ही सवाल उठा दिए ..!!!!
वाह रे मेरे भारती नागरिक ।
***जय माँ भारती***
****वन्दे मातरम*****
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