मुसलमान अगर राष्ट्र को मजहब से उपर समझते,
तो पाकिस्तान ना होता,.......
एक कौम नेँ मजहब की बलिवेदी पर अखंड भारत
को हलाल कर दिया, भारत के लगभग चार टुकड़े
कर दिए..........
अब वो कौम हमसे अपने पिछड़पन के लिये
संवेदना चाहती है, विशेष कानून चाहती है ,
विशेष अधिकार चाहती है , अरे जब तुम लोगों ने
अलग देश ही मांग लिया तो अब यहाँ रहकर
आरक्षण और अन्य सहूलियतें मांगने
का क्या औचित्य है !!!!!!!!!!!!!!!!!
और जब कोई इनकी इस अनुचित मांग का विरोध
करता है , उसे ये लोग सांप्रदायिक कह देते हैं ,
मेरे कथित भाइयों यहाँ रहना चाहते
हो तो चुपचाप पड़े रहो , ज्यादा चूं चपड़
करनी है तो जाओ पाकिस्तान...
तो पाकिस्तान ना होता,.......
एक कौम नेँ मजहब की बलिवेदी पर अखंड भारत
को हलाल कर दिया, भारत के लगभग चार टुकड़े
कर दिए..........
अब वो कौम हमसे अपने पिछड़पन के लिये
संवेदना चाहती है, विशेष कानून चाहती है ,
विशेष अधिकार चाहती है , अरे जब तुम लोगों ने
अलग देश ही मांग लिया तो अब यहाँ रहकर
आरक्षण और अन्य सहूलियतें मांगने
का क्या औचित्य है !!!!!!!!!!!!!!!!!
और जब कोई इनकी इस अनुचित मांग का विरोध
करता है , उसे ये लोग सांप्रदायिक कह देते हैं ,
मेरे कथित भाइयों यहाँ रहना चाहते
हो तो चुपचाप पड़े रहो , ज्यादा चूं चपड़
करनी है तो जाओ पाकिस्तान...
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