उत्तर प्रदेश मेँ IPS जिया उल हक की हत्या के बाद राजनीति धर्म का रुप लेने लगी हैँ
कुछ हिन्दुत्ववादी गुण्डे राजा भईया को इसलिये हिन्दुत्ववादी बनाकर गुणगान करने मेँ लगे हैँ क्योँकि हत्या मुस्लिम की हुई है
एक गुण्डा जो कई ज्ञात मर्डर केस मेँ जेल मेँ पड़ा रहता है फिर चुनाव लड़कर जीतकर जेल मंत्री भी बन जाता है कैसे ?
डर से...
हाँ वही जो फिल्मोँ मेँ दिखाया जाता है
ये डर और असुरक्षा की भावना तथाकथित आजादी के 65 साल बाद भी लोगोँ मेँ बनी हुई है इससे ज्यादा लोकतन्त्र की विफलता का सबूत और क्या होगा
कुछ हिन्दू आज एम मुस्लिम की हत्या के कारण उसे हिन्दुत्ववादी ठहरा रहे हैँ लेकिन ये हिसाब किताब लगाना कठिन हैँ इस गुण्डाराज मेँ कितने हिन्दू भी मारे गये हैँ
मुस्लिमोँ ने उसे आईपीएस या भारतीय नहीँ माना उसे मुस्लिम माना और बयान आ रहे हैँ वो मुस्लिम था इसलिये उसकी हत्या हुई
आजम खाँ जिन्होँने अभी अपने कार्यभार मेँ कुँभ मेले मेँ श्रद्धालुओँ को मरवा दिया था आज वो इस घटना पर पहली बार शर्मसार हुये
बुखारी ने तो राजा भईया का सर तक काटने की बात कह दी क्यूँकि मुस्लिम मरा
ये आजम खाँ और बुखारी जैसे लोगोँ की भावनायेँ किसी आईपीएस या किसी भारतीय के मरने पे जागृत क्योँ नहीँ होती सिर्फ मुस्लिम के मरने पे क्योँ ?
"किसी गुंडे का पक्ष सिर्फ इसलिए लिया जाना की वो हिन्दू है, ये गलत है , ताकतवर हिन्दू होना और गुंडा हिन्दू होना दोनों मे बहुत फर्क है ।"
एक dsp को किसी ने मार दिया DSP मुसलमान था तो मीडिया में खबर तो जोर- शोर से आनी ही थी जब हिन्दू कावड़ियों को मार गया कोई खबर नहीं थी,
कोसीकला दंगो की कोई खबर नहीं थी, बरेली दंगो की कोई खबर नहीं थी, असाम की कोई खबर नहीं थी, 24 परगना और पुरे बंगाल में जो दंगे हो रहे हैं कोई खबर नहीं है,
लेकिन आज सब भांड न्यूज चैनलों पर आ रहा है कि बिजली चोर या कहें ISI का एजेंट इमाम भुखारी ने राजा भईया का इस्तीफा माँगा,
आज ये ISI जेहादी किधर से आ गया ? सभी सेक्युलर कीड़े भी रोने पर आ गए, मुल्ला- यम जी अपनी मुल्ला निति पर दोबारा से विचार करो..
जैचंद का क्या हुआ था ये याद करो.. कहीं वैसा ही कुछ आप के साथ इस उम्र में हो गया तो बची- कुची जिंदगी भी मूह छुपाते हुए घूमोगे..
राजा भैया मामले में फेसबुक के हिन्दुत्ववादी भांड मीडिया के सुर में सुर मिलाने से पहले तथ्यों को समझने का प्रयास करें..
लगभग आठ महीने पहले कुन्द में ही मुल्लों के द्वारा दस वर्ष की दलित हिन्दू लड़की का बलात्कार करने के बाद हत्या करने के मामले में और पुलिस द्वारा मुल्लों का ही समर्थन करने के बजाय राजा भैया ने ही दलित हिन्दुओं की सहायता की थी, और उसी का प्रतिशोध लेने का मुल्लों का ये प्रयास है, और जिस पुलिसकर्मी को मारा गया वो भी कट्टरपंथी था और उन बलात्कारी मुसलमानों को पांच - पांच हजार की आर्थिक सहायता देने वाला आजम खान भी कट्टरपंथी है जो की भारत माँ को डायन कह चूका है तथा कश्मीर को भी भारत का अंग नहीं मानता,
और वो जेहादी नहीं चाहता था कि सपा की सरकार में एक भी हिन्दुत्ववादी रहे ..............
तो अपनी प्रतिक्रियाएं जरा सोच समझ कर दें
कुछ हिन्दुत्ववादी गुण्डे राजा भईया को इसलिये हिन्दुत्ववादी बनाकर गुणगान करने मेँ लगे हैँ क्योँकि हत्या मुस्लिम की हुई है
एक गुण्डा जो कई ज्ञात मर्डर केस मेँ जेल मेँ पड़ा रहता है फिर चुनाव लड़कर जीतकर जेल मंत्री भी बन जाता है कैसे ?
डर से...
हाँ वही जो फिल्मोँ मेँ दिखाया जाता है
ये डर और असुरक्षा की भावना तथाकथित आजादी के 65 साल बाद भी लोगोँ मेँ बनी हुई है इससे ज्यादा लोकतन्त्र की विफलता का सबूत और क्या होगा
कुछ हिन्दू आज एम मुस्लिम की हत्या के कारण उसे हिन्दुत्ववादी ठहरा रहे हैँ लेकिन ये हिसाब किताब लगाना कठिन हैँ इस गुण्डाराज मेँ कितने हिन्दू भी मारे गये हैँ
मुस्लिमोँ ने उसे आईपीएस या भारतीय नहीँ माना उसे मुस्लिम माना और बयान आ रहे हैँ वो मुस्लिम था इसलिये उसकी हत्या हुई
आजम खाँ जिन्होँने अभी अपने कार्यभार मेँ कुँभ मेले मेँ श्रद्धालुओँ को मरवा दिया था आज वो इस घटना पर पहली बार शर्मसार हुये
बुखारी ने तो राजा भईया का सर तक काटने की बात कह दी क्यूँकि मुस्लिम मरा
ये आजम खाँ और बुखारी जैसे लोगोँ की भावनायेँ किसी आईपीएस या किसी भारतीय के मरने पे जागृत क्योँ नहीँ होती सिर्फ मुस्लिम के मरने पे क्योँ ?
"किसी गुंडे का पक्ष सिर्फ इसलिए लिया जाना की वो हिन्दू है, ये गलत है , ताकतवर हिन्दू होना और गुंडा हिन्दू होना दोनों मे बहुत फर्क है ।"
एक dsp को किसी ने मार दिया DSP मुसलमान था तो मीडिया में खबर तो जोर- शोर से आनी ही थी जब हिन्दू कावड़ियों को मार गया कोई खबर नहीं थी,
कोसीकला दंगो की कोई खबर नहीं थी, बरेली दंगो की कोई खबर नहीं थी, असाम की कोई खबर नहीं थी, 24 परगना और पुरे बंगाल में जो दंगे हो रहे हैं कोई खबर नहीं है,
लेकिन आज सब भांड न्यूज चैनलों पर आ रहा है कि बिजली चोर या कहें ISI का एजेंट इमाम भुखारी ने राजा भईया का इस्तीफा माँगा,
आज ये ISI जेहादी किधर से आ गया ? सभी सेक्युलर कीड़े भी रोने पर आ गए, मुल्ला- यम जी अपनी मुल्ला निति पर दोबारा से विचार करो..
जैचंद का क्या हुआ था ये याद करो.. कहीं वैसा ही कुछ आप के साथ इस उम्र में हो गया तो बची- कुची जिंदगी भी मूह छुपाते हुए घूमोगे..
राजा भैया मामले में फेसबुक के हिन्दुत्ववादी भांड मीडिया के सुर में सुर मिलाने से पहले तथ्यों को समझने का प्रयास करें..
लगभग आठ महीने पहले कुन्द में ही मुल्लों के द्वारा दस वर्ष की दलित हिन्दू लड़की का बलात्कार करने के बाद हत्या करने के मामले में और पुलिस द्वारा मुल्लों का ही समर्थन करने के बजाय राजा भैया ने ही दलित हिन्दुओं की सहायता की थी, और उसी का प्रतिशोध लेने का मुल्लों का ये प्रयास है, और जिस पुलिसकर्मी को मारा गया वो भी कट्टरपंथी था और उन बलात्कारी मुसलमानों को पांच - पांच हजार की आर्थिक सहायता देने वाला आजम खान भी कट्टरपंथी है जो की भारत माँ को डायन कह चूका है तथा कश्मीर को भी भारत का अंग नहीं मानता,
और वो जेहादी नहीं चाहता था कि सपा की सरकार में एक भी हिन्दुत्ववादी रहे ..............
तो अपनी प्रतिक्रियाएं जरा सोच समझ कर दें
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