कुछ सवाल करना चाहता हुँ कांग्रेस के नेताओ, सेकुलरों और मुल्लौ से :-
१- याद करो कांग्रेस वालो जब इंदिरा गाँधी के घर मे एक प्रसंग मे श्रृंगेरी पीठ के शंकराचार्य सबको तिलक लगा रहे थे लेकिन तत्कालीन केबिनेट रेल मंत्री अब्दुल रहमान अंतुले ने शंकराचार्य का हाथ पकड लिया और कहा की इस्लाम मे तिलक हराम है वो नहीं लगवाएंगे .. तब तुम्हारी सदभावना कहा थी ??
२- क्या किसी समारोह मे कोई मौलवी राहुल गाँधी का खतना करना चाहे तो राहुल गाँधी सद्भावना की खातिर खतना करवाएंगे ??
३- अभी जब अन्ना का अनसन चल रहा था तो जामा मस्जिद के शाही इमाम बुखारी ने मुसलमानों को अन्ना के आन्दोलन से दूर रहने का फ़तवा दिया . उन्होंने कहा की वहा "वंदेमातरम" गया जाता है और भारत माता की जय के नारे लगाये जाते है .
जब इस पर एक पत्रकार ने कांग्रेस के प्रवक्ता रशीद अल्वी की टिप्पणी ली तो उन्होंने कहा की बुखारी ठीक कह रहे है इस्लाम मे अल्लाह के सिवा किसी की भी इबादत नहीं की जा सकती चाहे वो अपना राष्ट्रगान या अपना देश ही क्यों ना हों .
तब कांग्रेस की सद्भावना कहा थी ?
तब इस देश का नीच मीडिया कहाँ था ?
अब मेरा कुछ सवाल उस मौलवी से जो कांग्रेस के नेता और केबिनेट मंत्री दिनशा पटेल और अहमद पटेल के सिखाए हुए चाल के तहत मोदी को टोपी पहनाने ध्रष्टता किया था [ मौलवी दिनशा पटेल के छेत्र खेडा जिले के ठासरा का रहने वाला है ]
१- मौलवी !! अगर मै तुम्हे भगवा वस्त्र पहनाऊ तो क्या तुम पहनोगे ?
२- यदि उस मौलवी मे जरा भी सद्भावना होती तो उन्हें नरेंद्र मोदी के धर्म के अनुकूल प्रतिक चिन्ह भेंट में करना चाहिए था ,उन्हें चाहिए था कि वे भगवत गीता मोदी को भेंट करते ,उन्हें चाहिए था कि वे भारत माता की फोटो उन्हें भेंट करते
३- क्या मिडिया उस मौलवी के फोन का काल डिटेल इस देश की जनता को दिखाएगी ?
मुस्लिम टोपी नहीं पहन कर और विनम्र भाव से टोपी को अस्वीकार कर मोदी ने छद्म धर्मनिरपेक्षता को पुरे देश के सामने करारा चांटा मारा है !!
मोदी ने इमाम के हाथो हरा दुपट्टा पहन कर यह संकेत दे दिया है की वे गुजरात और देश में मुस्लिम वर्ग को हराभरा ,खुश हाल देखना पसंद करते हैं
सईदुल खुदरी ने लिखा रसूल ने कहा कत्ल,बलात्कार इस्लाम मे जायज है
ReplyDeleteबुखारी जिल्द 6 किताब 60 हदीस 139
"रसूल ने कहा कि मैंने दहशत और बलात्कार से लोगों को डराया इस्लाम को मजबूत किया बुखारी जिल्द 4 किताब 85 हदीस 220
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