दुनिया भर में कहीं भी दंगा हो नरसंहार हो मार-काट हो लेकिन वजह सिर्फ एक होती है... वो वजह जो बच्चा-बच्चा जनता है... पूरी दुनिया इससे जूझ रही है लेकिन जानवरों को कोई फर्क नहीं पड़ता । सम्पूर्ण विश्व को अपनी तरह नपुंसक बनाने की इस मुहीम का नाम है 'इस्लाम' ।
वास्तव में इस्लाम और मुसलमान में ऐसी कोई बात नहीं जो इंसानों के भीतर पाई जाती हो या साफ़ शब्दों में कहूँ तो मुसलमान और इंसान में कोई समानता नहीं... जो इंसान है वो मुसलमान नहीं होगा और जो मुसलमान है वो इंसान नहीं होगा ।
शायद यही वजह है कि अंगोला, जापान और रूस जैसे देशों ने इस बीमारी की पहचान करके इस पर पाबंदी जैसे कठोर क़दम तक उठा लिए...
No comments:
Post a Comment