इतिहास गवाह है की मुसलमान जब अल्पसंख्यक होते है तो वे धर्मनिरपेक्षता की बाते करते हैं, लेकिन जब वे बहुसंख्यक हो जाते है तो गैर मुस्लिमों (हिंदुओ) कों मौत के घाट उतार देते है !
एक वक्त था जब पाकिस्तान, अफगानिस्तान, बांग्लादेश, कश्मीर आदि हिंदू बहुल प्रदेश थे, लेकिन हिंदू मुस्लिम भाई-भाई के नारे लगाते लगाते वहां के सेक्युलर मुस्लिमों द्वारा काटे गये ! अब हैद्राबाद और असम में मुसलमान बहुसंख्यक होते हि वहा से हिंदुओं कों खदेडना और मारना शुरू हो चूका है ! जल्द हि पुरे भारत में मुसलमान बहुसंख्यक होने की कगार पर है, इसका नतीजा क्या होगा यह तो आप जान हि चुके है !
सोनिया जी ही हैं जो एक मुस्लिम को "आईबी प्रमुख" बना सकती है- सुशील कुमार शिंदे (गुजरात चुनाव प्रचार में)
हमे दो दिन पहले से ही जानकारी थी - सुशील कुमार शिंदे (आज हैदराबाद धमाको के बाद)
आगे आप सोचिये ?????
अब तो जागो रे सेक्युलरो !
२-३ करोड़ बांग्लादेशी मुसलमानों को इन नितीश कुमार ,शरद पवार ,मुलायम और मायावती जैसे नेतायो ने उप्र एवं बिहार में घुसा लिया हैं पिछले कुछ सालो में और आज यही लोग दंगे करने में लगे हुए हैं अब तो भगवन बचाए इन बांग्लादेशी मुल्लो से क्यों की यह पढ़ते लिखते तो हैं नहीं और बेहद ही जाहिल होते हैं और मदर्स्सो में जेहादी ट्रेनिंग पाते हैं
हिन्दुयो सुधर जायो कलके खतरे से अवगत हो जायो अरे कभी तो अपनी गलतियों से सीखो और इन नालायक नेतायो को वोट तो हरगिज़ मत देना क्यों की इन्हें तुम्हारी फिकर नहीं हैं यह सब अपना वोट बैंक बना रहे हैं
हिन्दुयो सुधर जायो कलके खतरे से अवगत हो जायो अरे कभी तो अपनी गलतियों से सीखो और इन नालायक नेतायो को वोट तो हरगिज़ मत देना क्यों की इन्हें तुम्हारी फिकर नहीं हैं यह सब अपना वोट बैंक बना रहे हैं
इतिहास गवाह है कि जो भी देश मुस्लिम बहुसंख्यक हुआ वह देश आतंकवाद, जेहाद, दंगे, मदरसे, बम धमाके कि भेट चढ गया । पाकिस्तान, सौदी अरेबिया, इजिप्त, सीरिया, इरान, इराक, लीबिया, बांग्लादेश, येमेन, अफगानिस्तान जैसे इस्लामी देश और कश्मीर, हैदराबाद, बंगाल, केरल, असम जैसे भारतीय प्रदेश इसका जीता जागता उदाहरण है ।
मुस्लिम बहुसंख्यक देश कभी भी सेक्युलर नहीं रह सकता । मुसलमान जिस देश में रहते है उसी देश कों तबाह कर देते है । अगर आप अपने देश में अमन और विकास चाहते है तो उसे मुसलमानों से बचाना आपका कर्तव्य है । इस्लाम कों नकारना हमारे लिये गर्व कि बात होनी चाहिए । अगर अब भी सेक्युलर इस बात कों नहीं समझे तो पछताने के लिये जिन्दा भी नहीं बचोगे !
मुस्लिम बहुसंख्यक देश कभी भी सेक्युलर नहीं रह सकता । मुसलमान जिस देश में रहते है उसी देश कों तबाह कर देते है । अगर आप अपने देश में अमन और विकास चाहते है तो उसे मुसलमानों से बचाना आपका कर्तव्य है । इस्लाम कों नकारना हमारे लिये गर्व कि बात होनी चाहिए । अगर अब भी सेक्युलर इस बात कों नहीं समझे तो पछताने के लिये जिन्दा भी नहीं बचोगे !
mulaym tho muslim louda se piyda hua hai
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