सहारनपुर के बलजीत सिंह जी की फेसबुक टाइमलाइन
से:------------------------------------------
------------------------------------------अगर सहारनपुर
के # मुसलमानों को .............अपनी ईद मानने के लिए पैसे
चाहिए थे, .....तो हमको बता देते हम खुशी- खुशी उनके पर्व
में शामिल होते..... और अपने पैसे से भी उनकी पूरी मदद
करते...., मगर मुसलमानों के लिए जमीन का कोई
मुद्दा ही नहीं था .......उनको तो केवल हमारी दुकानें व घर
लुटकर .........अपनी ईद के लिए पैसा जमा करना था,....!!!
हम सरदारों का दिल बहुत बड़ा होता है .........यदि वो एक
बार कह देते ...कि हमको पैसे की जरुरत है ......तो हम
अपना सब कुछ खुशी- खुशी लुटा देते, ....मगर उन्होंने
ऐसा करके मेरे मन से इस्लाम के लिए रही- सही इज्जत
भी गवां दी...., खुद ....मेरे मुसलमान दोस्तों ने.....
दंगाईयों के साथ मिलकर मेरी दुकान व मेरा घर लुटा .....व
मेरी घर की महिलाओं के साथ बदसलूकी की,...खुद अपने
ही...... मुसलमान दोस्तों को ये सब करते देख...... मुझे
बड़ा अघात पहुँचा है,....!!!!!!! अब मैं कह सकता हूँ कि.....
कभी किसी मुसलमान की बातों का विश्वास मत करना....
वो भले ही ये कितना ही भाई- भाई क्यों न करे, ....क्योंकि ये
जात खुद...... अपने ही जात वालों 'SHIYAS' का आज
दुनिया भर में खून बहा रही है .....फिर ये जात कभी........
हम काफिरों के साथ सच्चा रिश्ता निभाएगी.. ये
सोचना भी बेकार है..!!!!
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के # मुसलमानों को .............अपनी ईद मानने के लिए पैसे
चाहिए थे, .....तो हमको बता देते हम खुशी- खुशी उनके पर्व
में शामिल होते..... और अपने पैसे से भी उनकी पूरी मदद
करते...., मगर मुसलमानों के लिए जमीन का कोई
मुद्दा ही नहीं था .......उनको तो केवल हमारी दुकानें व घर
लुटकर .........अपनी ईद के लिए पैसा जमा करना था,....!!!
हम सरदारों का दिल बहुत बड़ा होता है .........यदि वो एक
बार कह देते ...कि हमको पैसे की जरुरत है ......तो हम
अपना सब कुछ खुशी- खुशी लुटा देते, ....मगर उन्होंने
ऐसा करके मेरे मन से इस्लाम के लिए रही- सही इज्जत
भी गवां दी...., खुद ....मेरे मुसलमान दोस्तों ने.....
दंगाईयों के साथ मिलकर मेरी दुकान व मेरा घर लुटा .....व
मेरी घर की महिलाओं के साथ बदसलूकी की,...खुद अपने
ही...... मुसलमान दोस्तों को ये सब करते देख...... मुझे
बड़ा अघात पहुँचा है,....!!!!!!! अब मैं कह सकता हूँ कि.....
कभी किसी मुसलमान की बातों का विश्वास मत करना....
वो भले ही ये कितना ही भाई- भाई क्यों न करे, ....क्योंकि ये
जात खुद...... अपने ही जात वालों 'SHIYAS' का आज
दुनिया भर में खून बहा रही है .....फिर ये जात कभी........
हम काफिरों के साथ सच्चा रिश्ता निभाएगी.. ये
सोचना भी बेकार है..!!!!
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